विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस किन प्रत्याशियों को अपना टिकट देगी इस पर लगातार पार्टी के बड़े नेता दिल्ली में मंथन कर रहे हैं. और पूरी उम्मीद है की आज देर रात या फिर कल दोपहर तक कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट जारी कर देगी. वहीं इस बार कांग्रेस कई चौंकाने वाले फैसले ले सकती है, जहां पार्टी के स्टार प्रचारक और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी उस गलती को नही दोहराना चाहते हैं जो उन्होंने 2017 में की थी और नतीजा रहा की कांग्रेस 11 सीटों में आकर सिमट गई. तो प्रदेश की कमान संभाल रहे गणेश गोदियाल भी इस बार अपनी अध्यक्षता में सरकार बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. और यही वजह है की दोनों ही बड़े नेता हर नाम पर बहुत ज्यादा विचार विमर्श कर रहे हैं. और उनका साथ दे रहे हैं नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह.
पार्टी के अंदर से जो खबरें छन कर बाहर आ रही है उनकी मानें तो पार्टी हर नाम पर बहुत ज्यादा विचार विमर्श कर रही है. वहीं पार्टी इस बात पर भी ध्यान दे रही है की जिस प्रत्याशी को टिकट दिया जाए उसके साथ उस विधानसभा से टिकट मांग रहे अन्य प्रत्याशी जिन्हें टिकट ना मिले वो भी मिलकर काम करें. ताकी गुटबाजी का नुकसान इस बार पार्टी को ना हो.
इसके साथ ही बड़े नेता भी चाहते हैं की उनके साथ जो हमेशा खड़े रहे उन कद्दावर नेताओं को टिकट दिया जाए. और इसपर भी लगातार चिंतन हो रहा है. की आखिर किसे टिकट दिया जाए किसे नही. क्योंकि जीत की संभावनाओं को लगातार टटोला जा रहा है.
जहां कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट में लगभग 45 नामों पर मोहर लगाने जा रही है तो ये 45 नाम किसी को चौंकाने वाले नही हैं, इनमें से ज्यादातर वो नाम हैं जो पहले भी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. जिसमें मौजूदा विधायक और वो नाम शामिल हैं जो मोदी लहर के बावजूद भी बहुत कम वोटों से हारे थे.
असली टेंशन पार्टी हाईकमान के लिए जो है वो बाकी बचे 25 टिकटों पर है, क्योंकि यहां पर एक टिकट के लिए कई प्रत्याशी मौजूद हैं और सभी टिकट चाहते हैं. और 23 जनवरी तक इन बची 25 सीटों पर भी पार्टी नाम फाइनल कर देगी.