पिछले लंबे समय से रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ का नाम बहुत तेजी से कांग्रेस में वापसी करने वाले नेताओं में चल रहा था, हर तरफ यह खबर चल रही थी की उमेश शर्मा काऊ हरक सिंह रावत के साथ किसी भी वक्त भाजपा से कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं. जिस दिन हरक सिंह रावत को भाजपा से निष्कासित करने की खबर आई उसी दिन यह खबर भी चर्चाओं में छाई रही की जब हरक सिंह रावत कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे थे उस वक्त उमेश शर्मा काऊ भी उनके साथ थे. लेकिन कार्यवाही सिर्फ हरक सिंह रावत पर हुई.उसी के साथ चर्चा भी चलती रही की काऊ किसी भी वक्त कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं, वजह भी कई थी उमेश शर्मा काऊ ने कई बार अपनी नाराजगी भाजपा हाईकमान के सामने रखी और हरक सिंह रावत ने उनका साथ हर वक्त दिया.
लेकिन अब उनके कांग्रेस में जाने की बात रुक गई है, भाजपा ने उन्हें एक बार फिरसे रायपुर विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया है. भाजपा इस बात को अच्छे से जानती है की उमेश शर्मा काऊ रायपुर विधानसभा में सबसे ज्यादा मजबूत कैंडिडेट हैं, उनकी स्थिति इस वक्त ऐसी है की वो यदि निर्दलीय भी लड़ते हैं तो जीत तय है. और इसी वजह से भाजपा उन्हें किसी भी हाल में कांग्रेस में जाते हुए नही देख सकती है.
और अब उनका टिकट एक बार फिरसे फाइनल हो गया है