जब हम उत्तराखंड पुलिस की बात करते हैं तो उत्तराखंड पुलिस अपनी साफ छवि के लिए देशभर में पहचानी जाती रही है वही डीजीपी अशोक कुमार भी देश के उन अधिकारियों में शुमार हैं जो निष्पक्ष फैसले लेते हैं।
लेकिन पुलिस की छवि तब ज्यादा धूमिल हो जाती है जब खुद विभाग से जुड़ा व्यक्ति ही अपने आला अधिकारियों के खिलाफ गलत बयानबाजी करने लगे। और उससे भी ज्यादा गंभीर यह बात होती है कि बिना जांच के ही कोई न्यूज़ पोर्टल खबर प्रकाशित कर दे वो भी एक तरफा खबर।
अब आपको बताते हैं क्या है मामला
रुद्रपुर में पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए विभाग के ही एक कुक ने बकायदा एसएसपी उधमसिंह नगर मंजूनाथ को एक पत्र लिखा है, पत्र में कुक ने प्रतिसार निरीक्षक पर आरोप लगाया है की उन्होंने मुझे विभाग के आला अधिकारी की के यहां खाना बनाने के लिए भेजा और वो आला अधिकारी खुद डीजीपी अशोक कुमार हैं, मामला यहीं नहीं खत्म होता बकायदा विभाग से जुड़े कुक ने एक न्यूज़ पोर्टल पर बयानबाजी की।
उन्होंने कहा कि जब मुझे खाना बनाने के लिए भेजा गया उस वक्त मैंने अपने अधिकारी से बताया कि मेरी पत्नी की तबीयत खराब है जिस वजह से मैं खाना बनाने के लिए नहीं जा सकता। और उसके बाद आ रहा है पुलिस लाइन और मुंशी स्टोर ने मेरे साथ मारपीट की।
जैसे ही यह मामला संज्ञान में आया उसके बाद हड़कंप मच गया और आनन-फानन मैं हर कोई यह जानने की कोशिश करने लगा कि आखिर मामला है क्या।
वहीं मिली जानकारी के अनुसार कुक पिछले 1 साल से अपनी ड्यूटी से गायब है और जब यह मामला रुद्रपुर के पुलिस लाइन के RI के सामने आया तो उन्होंने इसे स्टाफ का मामला सोचकर ज्यादा कड़ी कार्यवाही न करने का फैसला लिया।
इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार का पक्ष भी सामने आया है।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहां है कि वह कुक दीपक कुकरेती को नहीं जानते हैं। ना ही उन्होंने कभी हमारे साथ काम किया है वहीं उधम सिंह नगर के सीईओ इस मामले की भी जांच कर रहे हैं कि वह 1 साल से कहां गायब थे
वहीं मामले में अब ऊधमसिंहनगर पुलिस की ओर से एक प्रेस नोट जारी हुआ है।
कोतवाली रुद्रपुर और DGP को आरआई के खिलाफ भेजे अलग अलग शिकायती पत्र।।शिकायती पत्र पर SSP ऊधमसिंहनगर मंजूनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। राजपत्रित अधिकारी से करवाई जा रही पूरे मामले की विस्तारित जांच।।प्रथम दृष्टया सामने आए चौकाने वाले तथ्य,पिछले एक डेढ़ साल से ड्यूटी से नदारद था फॉलोवर दीपक उप्रेती।।ड्यूटी के बजाए एक डेढ़ साल से राज्य से बहार रह रहा था फॉलोवर दीपक उप्रेती।।उच्च अधिकारियों के घर में नौकरी करने की बात कह कर करता रहा अपने ही पुलिस लाइन की अधिकारियों को गुमराह।।पकडे जाने पर आरआई और स्टोर मुंशी पर लगा दिए गंभीर आरोप।।SSP ऊधमसिंहनगर मंजूनाथ टीसी के मुताबिक मामले की करवाई जा रही निष्पक्ष जांच।।निष्पक्ष जांच में दोषी पाए जाने वाले सभी के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्यवाही।।