कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट जिन्होंने पिछले 40 सालों से कांग्रेस के अच्छे और बुरे दिनों में उनका साथ दिया, वह अब कांग्रेस का साथ छोड़ आम आदमी पार्टी में चले गए हैं। जोत सिंह बिष्ट ने बकायदा एक पोस्ट लिखी उसमें उन्होंने लिखा कि कांग्रेस के अंदर गुटबाजी खुलकर चल रही है। कांग्रेस के अंदर अंतर कला है और उन कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं हो रहा है जो लगातार पार्टी के लिए काम करते आ रहे हैं।
वही शाम होते-होते अब जोत सिंह बिष्ट ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली है। उनको सदस्यता खुद मनीष सिसोदिया ने दिलाई है इस दौरान आम आदमी पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया भी मौजूद रहे।
जोत सिंह बिष्ट के साथ उनके बेटे हिम्मत सिंह बिष्ट ने भी आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली है।
जहां जोत सिंह पिछले लंबे समय से पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी और अंतर कलह को लेकर अपनी नाराजगी समय-समय पर व्यक्त करते रहे हैं, वही कांग्रेस में अब उनकी अनदेखी भी होने से वह काफी नाराज थे। जहां कांग्रेस में एक वक्त जो सिंह बिष्ट सभी बड़े कार्यक्रमों में मौजूद रहते थे साथ ही जब कभी कांग्रेस को कोई बड़ा सर्वे करना होता था तब भी जोत सिंह सबसे आगे खड़े रहते थे।
यही नहीं फिलहाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का गढ़वाल दौरा चल रहा है और गढ़वाल दौरे से पहले जो सिंह बिष्ट ही वह व्यक्ति थे जिन्होंने पूरी रूपरेखा तैयार की।
लेकिन पार्टी ने उनको फिर भी तवज्जो नहीं दी सूत्रों की मानें तो जो सिंह बिष्ट दिल्ली में देवेंद्र यादव से मुलाकात की और उनके सामने सीधी बात कही उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए मुझे काम करते हुए 40 साल का वक्त हो चला है लेकिन अभी तक मैं सिर्फ पार्टी में एक उपाध्यक्ष बनकर ही रह चुका हूं। वही समय-समय पर मैंने पार्टी के लिए झंडा डंडा उठाने का काम तो किया ही साथ ही जब भी पार्टी पर कोई विपत्ति आई तब भी मैं पार्टी के साथ हर वक्त खड़ा रहा है लेकिन पार्टी अब मुझे दरकिनार कर रही है।
जिसके बाद देवेंद्र यादव ने उनकी इस बात पर कोई तवज्जो नहीं दी और इसी बात से नाराज होकर जो सिंह बिष्ट ने इस्तीफा दे दिया।
सूत्रों की माने तो जो सिंह बिष्ट चाहते थे कि पार्टी उन्हें गढ़वाल प्रभारी की जिम्मेदारी दे या फिर कोई बड़ा दायित्व पार्टी उन्हें दे।