अंकिता भंडारी मामले प्रदेशभर में आम लोगों का गुस्सा है की बढ़ता ही जा रहा है। हालात यह हैं कि आज श्रीनगर में सैकड़ों की संख्या में आम लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं, कई किलोमीटर का जाम भी लगा हुआ है और इसी वजह से पुलिस के सामने एक बड़ा चैलेंज खड़ा हो गया है। वहीं सुनने में यह भी आ रहा है कि आम लोग पुलिस से भी काफी नाराज हैं।
वही अंकिता मामले में अब पुलिस फूंक फूंक के कदम रख रही है। और इसी वजह से पुलिस को एक के बाद एक कई सारे बयान भी जारी करने पड़ रहे हैं और पुलिस ने अब एक और नया बयान जारी किया है जोकि उस रिजॉर्ट से जुड़ा हुआ है जहां पर अंकिता काम करती थी और वह रिजॉर्ट आरोपी मुख्य आरोपी का है।
क्रिमिनल मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार अंकिता केस मजबूत है। रिजार्ट पर बुल्डोजर चलाने से केस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्राइम सीन रिजार्ट में नहीं है। धारा 27 के तहत आरोपियों की निशानदेही पर बॉडी की रिकवरी की गई है। किसी और ने बताया नहीं, आरोपियों ने बताया है। यह अपने आप में बड़ा सबूत है। यदि बॉडी नहीं मिलती तो स कमजोर होता। वह रिजार्ट में नौकरी करती थी। फोन काल्स और चैट की डिटेल से भी इलेक्ट्रानिक साक्ष्य मिल जाएंगे। पुलिस ने रिजार्ट पहले ही छान मारा था। ऐसे में बुल्डोजर चलाने या आग लगने से केस पर कोई फर्क नहीं पडेगा क्योंकि घटना तो नहर पर घटी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से तय हो जाएगा। इस बीच प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं और पानी में डूबने से मौत दिखाई है। संभवत अंकिता के साथ मारपीट की गयी और फिर उसे नहर में धकेल दिया गया। एसआईटी गठित हो चुकी है और कु. पी. रेणुका देवी जी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था की छवि एक कुशल और ईमानदार अफसर की है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।
पौड़ी पुलिस