2022 विधानसभा चुनाव की तारीखें तय हो चुके हैं और अब उसके साथ ही प्रदेश की राजनीति भी तेज हो गई है. जहां बुधवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया और उसमें पंजाब सरकार के ऊपर कई आरोप लगाए। जिसके बाद उन सभी आरोपों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक हुई तो सुरक्षा एजेंसी क्या कर रही थी। अगर खालिस्तान के लोग उस दौरान वहां घुस आए तो उस दौरान भी सुरक्षा एजेंसी क्या कर रही थी. आखिर किस तरह से भाजपा के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के इतने पास पहुंच गए।
इसके साथ ही उन्होंने उस प्रेसवार्ता पर भी जनकर निशाना साधा और कहा की उन्होंने कहा की सभी उपर से मिले आदेश के बाद एक साथ बैठे हैं और यह भी साफ था की वर्तमान मुख्यमंत्री बोलें. नही तो जो वरिष्टतम मुख्यमंत्री हैं उन्होंने बोलना चाहिए था जिन्होंने प्रदेश की कमान साढ़े चार साल तक संभाली उन्होंने उन्होंने बोलना चाहिए था.