कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्यासियों की जो दूसरे लिस्ट निकाली है उसमें 11 प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए है। लेकिन इन नामों को फाइनल होने के बाद ही कांग्रेस में घमासान तेज हो गया और विरोध भी बहुत तेज हो गया हर तरफ से यह प्रतिक्रियाएं आने लगी कि कांग्रेस ने ज्यादातर प्रत्याशियों के टिकट बिना किसी जांच के फाइनल कर दिए यह जानने की कोशिश भी नहीं की कि आखिर मैदान में कौन भारी है जबकि टिकट ऐसे लोगों को दे दिया गया जो कि क्षेत्र में मजबूत नहीं है।अब खबर आ रहे हैं कि कांग्रेस ने इन 11 प्रत्याशियों के सिंबल पर रोक लगा दी है साथ ही कांग्रेस प्रत्याशियों में भी फेरबदल कर सकती है।इसको लेकर एक बैठक भी चल रही है जिस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष हरीश रावत नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह मौजूद है। प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद नेताओं व कार्यकर्त्ताओं में असंतोष थामने के लिए पार्टी रणनीतिकार इस मामले में पुनर्विचार करने पर जोर दे रहे हैं। माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की रामनगर सीट पर उम्मीदवारी पर भी विचार किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार ऋषिकेश, डोईवाला व कालाढूंगी सीट पर भी प्रत्याशियों को बदलने का दबाव है। पार्टी इस बारे में विचार कर सकती है। कांग्रेस हाईकमान ने सोमवार को जारी 11 उम्मीदवारों की लिस्ट को होल्ड कर दिया।भाजपा और कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए बची हुई सीटों पर बुधवार को प्रत्याशियों की घोषणा करेंगे। भाजपा को 11 तो कांग्रेस को छह सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान करना है। ऐसे में सभी की नजरें इस पर टिकी हुई हैं।