यकिनन आप भी फास्टफूट का शौक रखते होंगे और आप भी खूब बर्गर, पिच्चा, मोमो खाते होंगे. तो थोड़ा सावधानी के साथ ये सब खाएं. वैसे आपको क्या खाना है क्या नही इसका फैसला आप खुद कर सकते हैं.
इसके बावजूद अगर आप सोचते हैं की आज बर्गर खाते हैं, और फिर आस पड़ोस में लगी किसी ठेली की तरफ देखते होंगे. फिर थोड़ी दूरी बनाते हुए कहते होंगे की इसको खाना सेहत के लिए सही नही होगा. ना जाने कैसा तेल इस्तेमाल करते होंगे. ना जाने कैसा सामान इस्तेमाल करते होंगे, और आखिर में बर्गर तो खाना ही फिर क्या करें? तो चलो चलते हैं बर्गर किंग
(अगर आपको नही पता की बर्गर किंग क्या है तो आपको बताते चले बर्गर किंग देशभर में बर्गर की कई किसम बचती है और ये एक बड़ा ब्रांड भी है)
जहां पर साफ सफाई के साथ बर्गर खा सकते हैं. लेकिन अगर आप ऐसा कुछ करते हैं तो थोड़ा संभल जाइए. क्योंकि उत्तराखंड के सबसे बड़े शहर देहरादून में बर्गर किंग के तेल के सैंपल कई बार फेल हो चुके हैं. पिछले लंबे समय से बर्गर किंग की शिकायत फूड डिपार्टमेंट के सामने आ रही थी, की बर्गर किंग जो की एक बहुत बड़ी फ्रैचाइजी है वहां पर इस्तेमाल होने वाला तेल किसी भी प्रकार से सेहत के लिए सही नही है. आपको बताते चले कुछ वक्त पहले कोर्ट ने भी बर्गर किंग पर 5 लाख का जुर्माना लगा दिया था.
आपको बता दें, देहरादून खाद्य सुरक्षा टीम के अनुसार बर्गर किंग के फूड आइटम में इस्तेमाल होने वाले तेल का पहली बार सैंपल 2021 में लिया गया, जो लैब जांच में सब्सटेंडर्ड पाया गया. ऐसे में बर्गर किंग के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर करने के साथ ही 5 लाख का जुर्माना लगाया गया. इतना ही नहीं बर्गर किंग के प्रोडक्ट में इस्तेमाल होने वाला तेल का सैंपल दूसरी बार फिर से 22 अप्रैल 2022 को फिर जांच के लिए भेजा गया, जो फिर सब्सटेंडर्ड पाया गया. ऐसे में अब बर्गर किंग के खिलाफ देहरादून खाद्य सुरक्षा टीम दूसरी बार कोर्ट में केस दर्ज करने की तैयारी में जुटी है. इस बार बर्गर किंग पर डबल जुर्माना कोर्ट द्वारा लगाया जा सकता है.