पौड़ी से कुलदीप बिष्ट की रिपोर्ट
पौड़ी जिले के लिए महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना अब भी जिले में परवान नहीं चढ पाई है योजना से जुडे परिवारों के घरों तक जल संस्थान और जल निगम ने पेयजल लाईने तो बिछा डाली लेकिन इन पेयजल लाईनों के साथ ही हर घर में लगे नल बिना जल के ही अब तक यहां शो पिश बने हुए है हालांकि विभाग का दावा है कि जल जीवन मिशन योजना के दूसरे चरण का कार्ययोजना जैसी ही धरातल पर उतरेगी वैसे ही हर घर में लगे नल तक जल भी पहुंच दिया जायेगा लेकिन हैरत की बात ये है कि पेयजल लाईनो को बिछाने से पहले ही जिस विभाग को जल स्त्रोतो को तलाशकर जल को संरक्षित करने के लिये महत्वपूर्ण कदम पहले ही उठा देने चाहिये थे वह विभाग दूसरे चरण की कार्ययोजना के इंताजार में है जिससे अब जमीन की नमी कम होने से जल स्त्रोतो भी सूखने की कगार पर है जिसने कहीं न कहीं जल संस्थान और जल निगम विभाग की चिंता को भी काफी बढा डाला है जबकि जल जीवन मिशन के तहत प्रति व्यक्ति तक 55 लीटर पानी पहुंचाने का लक्ष्य योजना में शामिल किया गया है जो विभाग की चिंता को बढा रहा है जबकि तापमान बढने और वनाग्नि की हर साल बढती घटनाओं के कारण जमीन की नमी कम होने से अधिकतर जल स्त्रोत सूखने की कगार पर पहुंच चुके है ऐसे में निर्माणाधीन जल जीवन मिशन योजना विभाग की सर्ददर्दी को अब काफी बढा सकती है विभाग का कहना पेयजल आपूर्ति ग्रामीण क्षेत्रों में सुचारू रहे इसके लिये पेयजल लाईनों के लीकेज को दूरे करने के लिये नई पेयजल लाईनें बिछाने का इस्टीमेट तैयार किया गया है वहीं जल जीवन मिशन योजना के दूसरे चरण का कार्य 2 माह के भीतर शुरू करने की योजना विभाग ने तैयार की है।