पिछले 7 दिन से दून मेडिकल कॉलेज के प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राएं धरने पर हैं और मांग है सिर्फ फीस बढ़ोतरी को कम किया जाए, हमने इससे पहले भी आपको डिटेल में बताया था कि किस तरह से अचानक से दून मेडिकल कॉलेज की फीस बढ़ोतरी कर दी गई और दून मेडिकल कॉलेज में जो स्टूडेंट पढ़ते हैं वह ज्यादातर उन परिवारों से हैं जो कि मध्यम वर्गीय हैं. यानी अब जो फीस है हर साल की 4 लाख रुपए हो गई है, उसे देने में वह बिल्कुल भी समर्थ नहीं है।
इसके बावजूद उनके फ़ीस को कम नहीं किया जा रहा है जबकि अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड के दून मेडिकल कॉलेज की फीस 4 गुना है.
वहीं दून मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट की एक चिट्ठी सामने आए हैं जिसमें वह अपनी पीड़ा जाहिर कर रहे हैं
आज हमारे शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन का सातवां दिन है और हमें अपने कॉलेज परिसर के मैदान में बैठे हुए एक हफ्ता हो गया है।
आज हम अपने आदरणीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर आए इससे पहले भी हमने उनसे और अन्य मंत्री गण जैसे गणेश जोशी जी, धन सिंह रावत जी और हरक सिंह रावत जी से मुलाकात की थी और अपनी व्यथा पूरे विस्तार से उन्हें बताई थी , उस समय उन्होंने पूर्ण आश्वासन दिया था कि हमारी फीस कम कर दी जाएगी ।
इसके बाद भी कार्यवाही में विलंब हो रहा था तो आज हम फिर से मुख्यमंत्री जी से मिलकर आए और अपनी फीस की समस्या उन्हें बताई , उन्होंने फिर से हमें आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर काम किया जा रहा है और उन्होंने आज हमारा ज्ञापन मोहर और हस्ताक्षर के साथ आगे कार्यवाही के लिए भेज दिया है ।
अब अगर जल्द से जल्द निर्णय नहीं आया तो हम भूख हड़ताल पर बैठने के लिए विवश है।
जब तक हमारी फीस कम नहीं कर दी जाती
तब तक यह धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।
हमें पूरी आशा है कि इसके बाद निर्णय आने में विलंब नहीं होगा , और हम यह धरना प्रदर्शन बंद कर के अपनी पढ़ाई पुनः शुरू कर सकेंगे ।