उत्तराखंड में ऐसे कुछ ही अधिकारी हैं जो अपनी साफ छवि के साथ-साथ लोगों के बीच में पकड़ के लिए जाने जाते हैं, ऐसे अधिकारी जो हर वक्त जनता के बीच में भी रहते हैं और जनता की बातों को भी सुनते हैं. वैसे अगर हम परसेंटेज में अधिकारियों को देखें तो ऐसे अधिकारियों का परसेंटेज बहुत कम है. लेकिन आज हम आपको ऐसा क्यों बता रहे हैं इसकी एक वजह. शुक्रवार की देर रात देहरादून के रायपुर क्षेत्र में भीषण आपदा आई, इस दौरान सड़कें बह गई तो लोगों के घरों तक पानी घुस गया यही नहीं कई जगह भारी नुकसान भी हुआ. वहीं जैसे ही इस आपदा की सूचना ‘आपदा कंट्रोल रूम’ को मिली तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए कार्यवाही की और सभी जगह अपनी टीमों को रवाना कर दिया. इसके बाद देखते ही देखते क्या पुलिस क्या एसडीआरएफ क्या स्थानीय प्रशासन सभी अपने-अपने स्तर पर जुड़ गए, और जल्द से जल्द कोशिश की गई कि हालात पर काबू पाए जाएं दूसरी तरफ खुद सीएम धामी इस पूरी घटना पर नज़र भी बनाकर रख रहे थे. और सुबह होते होते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थानीय विधायक सभी हालत का जायजा लेने के लिए पहुंच गए. इसके बाद शुक्रवार देर रात से लेकर शनिवार के पूरे दिन और रविवार तक राहत बचाव कार्य चलता रहा.
लेकिन क्या आपको पता है कि वह कौन अधिकारी थे जिसके पास सबसे पहले यह कॉल आया कि सर बचा लीजिए यहां पर आपदा आ गई है.
नहीं, तो हम आपको बताते हैं
रात 2 बजकर 36 मिनट पर उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी सचिव एवं एनएचएम मिशन निदेशक डॉ आर राजेश कुमार को एक अननोन फोन आया, जिसमें एक युवा दूसरी तरफ से कह रहा था कि हमारे यहां आपदा आ गई है कृपया आप कुछ कीजिए. उसके बाद डॉ आर राजेश कुमार ने तुरंत डिजास्टर मैनेजमेंट के उच्चाधिकारी को कॉल कर कर पूरी जानकारी दी.
सबसे बड़ी बात है कि डॉ आर राजेश कुमार इससे पहले देहरादून के डीएम थे इस दौरान उनके काम की चर्चा सब जगह होती थी. उन्होंने ऐसे कई डिसीजन लिए थे जो आज भी देहरादून जिले में याद किए जाते हैं. फिर चाहे ओवर रेटिंग को लेकर भारी भरकम जुर्माना लगाना हो या फिर सड़कों पर उतर कर हालात का जायजा लेना. उनके काम की चर्चा इस बात से भी की जा सकती है कि अब वो भले ही देहरादून के डीएम नहीं है बावजूद इसके एक अनजान व्यक्ति का कॉल उनको ही आया और उसने उनसे ही पूरी स्थिति बयां की.
वैसे ऐसे अधिकारियों की पूंछ हर जगह होती है और यही वजह है कि अब वह उत्तराखंड के एक अहम विभाग स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, और पिछले दिनों में देखने को भी मिला है कि मैदान से लेकर पहाड़ो तक वह अपने दौरे भी कर चुके हैं और कर भी रहे हैं साथ ही स्वास्थ्य विभाग के हालात को भी जान रहे हैं