विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी हमले कर रही है। वही आज कांग्रेस के केंद्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला देहरादून पहुंचे जहां पर उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा सैनिकों की अनदेखी के कई सारे आरोप बीजेपी पर लगा डाले। उन्होंने कहा किस तरह से केंद्र सरकार ने सैनिकों को छला है और वन रैंक वन पेंशन से लेकर सुरजेवाला ने सीएसडी कैंटीन तक का जिक्र इस दौरान किया।
वही रणदीप सुरजेवाला के सवालों को लेकर प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने दिए हैं। उन्होंने जवाब देते हुए कई सारे तीखे प्रहार किए हैं।
सुरेश जोशी ने पूर्व का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से ही इस सैनिकों का अपमान किया है। आज पूरी दुनिया भारतीय सेना का लोहा मानती है वहीं केंद्र कि मोदी सरकार ने आज भारतीय सेना को अत्याधुनिक हथियारों से लैस कर दिया है। वही जब हम बात करते हैं कांग्रेस की तो उनके वक्त में कांग्रेस सैनिकों का अपमान करती थी और अत्याधुनिक हथियारों साजो सामान से भी भारतीय सेना हास्य पर थी।
सुरेश जोशी ने रणदीप सुरजेवाला को कई सारी बातें याद दिलाई
शहादत को सम्मान दिलाया –
उन्होने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में कभी भी सेना एवं सौनिको का सम्मान नही किया। 1997 से पूर्व जब सीमा पर हमारे वीर जवान शहीद होते थे तो कांग्रेस सरकार काला बक्सा, काला कम्बल और पाँच पैसे का पोस्ट कार्ड भेजकर सैनिक परिवारों को सूचित कर देती थी कि आपका बेटा शहीद हो गया है। भाजपा की अटल सरकार ने न केवल पहली बार देश के शहीद सैनिको के पार्थिव शरीर को ससम्मान उनकी मातृभूमि तक पहुंचाने का कार्य किया साथ ही प्रभावित परिवारों की चिंता करते हुए समुचित आर्थिक व अन्य मदद की गौरवशाली परंपरा शुरू की |
7 दशकों से लंबित वन रेंक वन पेंशन को लागू किया-
भाजपा की मोदी सरकार ने दशकों से से लंबित सेना की सबसे जरूरी मांग वन रेंक वन पेशन योजना को लागू किया | जिसके चलते आज लाखों सैनिकों को इस सुविधा का लाभ मिल रहा है | वहीं कॉंग्रेस की सरकारों ने कभी इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया और हमेशा से इस मांग को लटकाने भटकाने का काम किया है |
आज दुश्मनों का जबाब देने के लिए सेना को खुली छूट है कॉंग्रेस सरकारों ने उनके हाथ बंधे हुए थे –
यही वो कॉंग्रेस है जिसकी सरकार में जान हथेली पर रखकर सीमा की निगेहबानी करने वाले जांबाज़ों के हाथ यूपीए सरकार ने बांधे हुए थे | और तो और सीमावर्ती क्षेत्रों मे आतंकवादी या देश के दुश्मन के हमले का जबाब देने के लिए भी सेना को भारत सरकार से अनुमति लेनी पडती थी | लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद सेना के अधिकारियों को तत्काल मुंहतोड़ जबाब देने की स्वतन्त्रता मिली है | यही वजह है कि आज सीमा पर आंतकवादी गतिविधियां ना के बराबर है।
सैन्य आधुनिकीकरण से सैनिक और सीमा दोनों को सुरक्षित बनाया-
कॉंग्रेस की सरकारों ने सैनिकों की जान और सीमा की सुरक्षा को लेकर सेना के आधुनिकीकरण की जरूरत को हमेशा हाशिये पर रखा | 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद ही राफेल, चिनूक जैसे अत्याधुनिक विमान वायुसेना के बेड़े में सम्मलित किये गये। वही सुखोई टी 4 जैसे अत्याधुनिक सयंत्र को भी सेना को सौपा गया। वहीं कांग्रेस की सरकारों के समय तो गोला बारूद तक भी सेना के लिए उपलब्ध नहीं था | आज प्रधानमंत्री मोदी के नेत्रत्व में सैनिको के लिए नए-नए टेक्नलॉजी युक्त हथियार सेना को सौपे जा रहे है | वहीं पूर्व सैनिक व अर्धसैनिक बलो को व उनके परिवारो को अनेक सुविधाए भी मोदी सरकार के आने के बाद ही प्रदत्त की गई है।
वहीं जब हम आज भारतीय सेना पर नजर डालते हैं तो देखने में आता है कि 2012-13 में भारतीय सेना का बजट जितना था वह पिछले 7 सालों में 2 गुना हो गया है वहीं दूसरी तरफ आज भारतीय सेना के पास अत्याधुनिक ड्रेस से लेकर अत्याधुनिक हथियार तक मौजूद है। और यह सिलसिला लगातार केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाया जा रहा है।