उत्तराखंड सरकार के ऐसे विभाग जो कि हर वक्त सुर्खियों में रहते हैं, उनमें से एक विभाग है आरटीओ. जहां रिश्वत लेने और देने की बातें आम होती हैं तो दलालों का बोलबाला भी आरटीओ में खूब रहा है. दूसरी तरफ आरटीओ कुर्सी हर छोटा कर्मचारी पाना चाहता है. लेकिन ये सब छोड़ दें तो देहरादून आरटीओ से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है. इस मामले से यह भी पता चलता है कि आखिर आरटीओ विभाग किस तरह से सामने वाले को बेवकूफ बनाता है, और आखिर क्यों इस विभाग में आम-आदमी जाने से भी डरता है मामला देहरादून के संभागीय परिवहन अधिकारी दिनेश चंद्र पठोई से जुड़ा हुआ है, देहरादून के एक जाने-माने आरटीआई कार्यकर्ता और सिटी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने एक आरटीआई लगाई जिसमें उन्होंने पूछा कि आखिर कितने आरटीओ प्रदेशभर में है जोकि सुगम से दुर्गम में भेजे गए हैं साथ ही ऐसे कितने आरटीओ है जिन्होंने 3 साल की सेवा सुगम में कर ली है या फिर उन्होंने 3 साल की सेवा दुर्गा में कर ली है वहीं जब उनके आरटीआई का जवाब सामने आया तो एक बड़ा मामला भी सामने आ गया।
विजय वर्धन डंडरियाल
जैसा कि उत्तराखंड शासन द्वारा जारी लिस्ट दिनांक 25 नवंबर 2021 को कुछ संभागीय परिवहन अधिकारियों के स्थानांतरण हो गए हैं जिसमें की कुछ अधिकारियों के नियम के तहत स्थानांतरण हुए लेकिन देहरादून संभाग के परिवहन अधिकारी श्री दिनेश चंद्र पठोई (प्रशासन)का पहली स्थानांतरण की लिस्ट में स्थानांतरण में नाम नहीं है। जबकि इनका भी स्थानांतरण सुगम से दुर्गम में होना था। और वर्तमान में उक्त परिवहन अधिकारी की जॉइनिंग आरटीओ कार्यालय देहरादून में दिनांक 9 जुलाई 2018 को हुई है तो उक्त दिनांक से उनकी वर्तमान समय तक 3 वर्ष 6 महीने पूर्ण हो चुके हैं। उक्त परिवहन अधिकारी सिर्फ देहरादून से पौड़ी संभाग एवं पौड़ी संभाग से देहरादून संभाग में ही अपनी ज्वाइनिंग कराकर पद पर सुशोभित रहते हैं। देहरादून संभाग के आरटीओ कार्यालय राजपुर रोड में पहले भी कई भ्रष्टाचार के मामले समाचार पत्रों की सुर्खियां लेते रहे हैं उक्त अधिकारी सिर्फ देहरादून संभाग में ही अपनी जॉइनिंग के लिए लालायित रहते हैं। जबकि स्थानांतरण मामले में देहरादून के संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) का कार्यकाल भी 1 वर्ष भी नहीं हुआ और इनका स्थानांतरण हो गया। परिवहन विभाग में स्थानांतरण में भी नियमों की उपेक्षा / अनदेखी हो रही है। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि परिवहन विभाग में भी स्थानांतरण मामलों में भ्रष्टाचार हो रहा है जबकि देहरादून में उपरोक्त अधिकारी का कार्यकाल निष्पक्ष पूर्ण नहीं रहा है। किसी पक्ष को फायदा
और किसी पक्ष को नुकसान की नियत का पक्ष रहा है। अतः आपसे निवेदन है कि उपरोक्त अधिकारी का भी नियमों के तहत सुगम से दुर्गम में स्थानांतरण किया जाए। जिससे चुनाव में भी परिवहन अधिकारियों द्वारा अपनी ड्यूटी निष्पक्षता के कर सके धन्यवाद.
आप निचे देख सकते हैं कैसे दिनेश चंद्र पठोई ने 9 जुलाई 2018 को देहरादून में तैनाती ली, उसके बाद जब उनसे विभाग से पुछा गया की उनकी तैनाती को कितना वर्ष पूरा हो चुका है तो विभाग द्वारा जानकारी में बताया गया की 2 साल 10 महीने और 22 दिन देहरादून आरटीओ के रूप में तैनात हुए हो चुके हैं. लेकिन कोई थोड़ा भी गणित को जानता है तो वो अंदाजा लगा सकता है.
चुकी अभी भी दिनेश चंद्र पठोई आरटीओ देहरादून के पद पर तैनात हैं और आज 28 नवंबर 2021 है.
यानी 28.11.2021-02.07.2018= 3 साल 4 महीने 26 दिन अभी हो चुके हैं.
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