
देशभर में पिछले लंबे समय से भले ही कोरोना की तीसरी लहर की चर्चाएं तेज हो रखी हूं लेकिन फिलहाल स्थिति अंडर कंट्रोल है। और मामले भी बहुत कम सामने आ रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञ लगातार कह रहे हैं कि कभी भी तीसरी लहरा आ सकती है और यह तीसरी लहर बच्चों के लिए भी खतरनाक हो सकती है। दूसरी तरफ उत्तराखंड सरकार ने अब स्कूलों को पूरी तरह से खोल दिया है और स्कूल खोलने के कुछ ही समय बाद कोरोना का एक मामला चमोली के गोपेश्वर में सामने आया है।
गोपेश्वर के सुबोध विद्या मंदिर में बच्चों के कोरोना सैंपल लिए गए थे जिसके बाद एक बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है बच्चा स्वस्थ बताया जा रहा है।
एसीएमओ डा. उमा रावत ने बताया कि विद्यालय में मास्क और अन्य जरूरी एहतियात बरतने के लिए कहा गया है।
दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग में बच्चे के संपर्क में आए लोगों को भी चिन्हित कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में जाकर बच्चों की जांच कर रही है।
आज के दिन में उत्तराखंड में कुल 166 कोरोना के सक्रिय मरीज हैं, जिनका उपचार चल रहा है।
जहां कोरोना कि तीसरी लहर को लेकर डर है, और विशेषज्ञ बच्चों में भी इसके लक्षण आने की बात कहते आ रहे हैं। लेकिन राहत भरी बात यह है कि विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि बच्चों को भले ही covid19 हो जाए लेकिन डरने की बात नहीं है, हल्के प्राथमिक उपचार के बाद ज्यादातर बच्चे स्वस्थ हो जाते हैं। वही हम दून मेडिकल कॉलेज की बात करें तो वहां पर भी जितने बच्चे कोरोना पॉजिटिव आए हैं सभी स्वस्थ होकर अपने घर चले गए हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी बच्चे को वेंटिलेटर की जरूरत नहीं पड़ी।