
आज सुबह रुद्रप्रयाग ज़िले में एक दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 7 लोगों की मृत्यु हो गई। यह घटना निश्चित रूप से अत्यंत पीड़ादायक और दुर्भाग्यपूर्ण है, परन्तु इस दुखद समय में कुछ लोग सोशल मीडिया पर बिना तथ्यों के आधार पर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
कई लोग यह कह रहे हैं कि हेलिकॉप्टर सुबह 5:15 बजे उड़ाया गया जब पर्याप्त रोशनी नहीं थी और नियमों का उल्लंघन हुआ। लेकिन यह पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन बात है। DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) के “Operations Circular 02 of 2023” के अनुसार, सभी हेलिपैड से होने वाली चारधाम व अन्य तीर्थयात्रा उड़ानें sunrise से लेकर sunset के आधे घंटे पहले तक अनुमत हैं। आज सूर्योदय का समय 5:10 बजे था और हेलिकॉप्टर उड़ान इसके बाद ही संचालित हुआ, यानी नियमों और मानकों के अनुरूप। सभी ऑपरेटरों को DGCA द्वारा जारी सख़्त दिशा-निर्देशों का पालन करना होता है, जिसमें प्रशिक्षित पायलट्स द्वारा संचालन, CCTV निगरानी, मौसम की स्थिति की लाइव रिपोर्टिंग और उड़ान की रिकॉर्डिंग आदि शामिल हैं।
दुर्घटना की असली वजह का पता तो जांच रिपोर्ट से ही चलेगा, परंतु अभी जो स्पष्ट है वह यह कि यह उड़ान DGCA के निर्धारित समय सीमा और नियमों के अंतर्गत ही संचालित हो रही थी। हमें चाहिए कि इस कठिन समय में अफवाहों से बचें, तथ्यों का सम्मान करें और शोकग्रस्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करें।