
बीते रोज़ पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने मंदिरों में प्रवेश को लेकर एक आदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अखाड़े ने लड़कियों को छोटे कपड़े में आना प्रतिबंधित कर दिया है। बता दें कि दक्ष मंदिर और नीलकंठ महादेव मंदिर में लड़कियों के छोटे कपड़े पहनकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने इसको लेकर एक आदेश जारी किया है, इसमें उन्होंने कहा की अखाड़े में लड़कियों को छोटे कपड़े में आना प्रतिबंधित कर दिया गया है। ऐसी भी जानकारियां हैं कि अखाड़ा परिषद के इस फरमान में कहा गया है कि 16 से 30 वर्ष तक के लड़के लड़कियां 80 फीसदी कपड़ों में ही मंदिरों में प्रवेश कर सकेंगे।
फिलहाल ये नियम हरिद्वार के प्रसिद्ध दक्ष मंदिर, ऋषिकेश के नीलकंठ और देहरादून के टपकेश्वर मंदिरों में ही लागू होगा और ये तीनों ही शिव मंदिर हैं।
ऐसा कई बार देखा गया है कि मंदिरों में छोटे कपड़े पहन कर महिला और पुरुष दोनों ही पहुंच जाते हैं। उसके बाद जब मंदिर प्रशासन उन्हें रोकने की कोशिश करता है तो वह अभिव्यक्ति की आजादी बता कर उनका विरोध करते हैं।
इस पूरे मामले पर सत्ता पक्ष– विपक्ष समेत बद्री–केदार समिति के अध्यक्ष अजयेंद्र अजय ने भी अपना समर्थन दिया है.अजयेंद्र अजय की मानें तो धार्मिक स्थलों की अपनी मान–मर्यादाएं होती हैं लिहाज़ा पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थलों का में अंतर स्पष्ट होना भी लाज़मी है।