
टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक सभागार में DDU-GKY एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका मुख्य उद्देश गरीब ग्रामीण युवाओं का कौशल विकास करना और उन्हें न्यूनतम मजदूरी या इससे अधिक नियमित मासिक मजदूरी वाले रोजगार दिलाना है। जिस हेतु राज्य एवम जिले स्तर पर विभिन्न प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षण केंद्र संचालित है।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) गरीब ग्रामीण युवाओं को नौकरियों में नियमित रूप से न्यूनतम मजदूरी के बराबर या उससे ऊपर मासिक मजदूरी प्रदान करने का लक्ष्य रखता है। यह ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों में से एक है। आजीविका गरीबी कम करने के लिए एक मिशन है जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का एक हिस्सा है। इस योजना से 550 लाख से अधिक ऐसे गरीब ग्रामीण युवाओं को जो कुशल होने के लिए तैयार हैं, स्थायी रोजगार प्रदान करने के द्वारा लाभ होगा।इस योजना का महत्व गरीबी कम करने की इसकी क्षमता से है। इसकी संरचना प्रधानमंत्री के अभियान ‘मेक इन इंडिया’ के लिए एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में की गई है।
कार्यशाला में , BDO कीर्तिनगर सुमानलत्ता, ABDO कीर्तिनगर राजेंद्र सिंह, जिला परियोजना अधिकारी DDU-GKY टिहरी हिमानी कंडारी, एडुजोइन ट्रेनिंग से रविन्द्र सिंह चौहान एवम NRLM बीएमएम महेश रावत NRLM ब्लॉक कॉर्डिनेटर सुरुचि, रीप योजना के कर्मचारी अधिकारियों सहित विभिन्न ग्राम पंचायत से ग्राम प्रधान ,स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की उपस्तिथि रही।
