मासूम बच्चे की मौत प्रकरण पर शासन से कड़ी कार्रवाई का शिकार हुये, बागेश्वर जिला अस्पताल के डाक्टर संपूर्ण कार्य बहिष्कार में उतर गये है। आपको बता दें बागेश्वर जिला अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों को शासन ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशों के तहत असंवेदनशीलता, एम्बुलेंस व्यवस्था सुनिश्चित न करना, प्रशासनिक अक्षमता के आरोपों में दोषी पाते हुए प्रभारी सीएमएस तपन शर्मा को निर्देशक कुमाऊं मण्डल के कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। शासन कि आगे कार्यवाही में जिला अस्पताल बागेश्वर के दो 108 वाहन चालकों को एक माह के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही कि गयी है। साथ ही दो नर्सिंग अधिकारी दो चिकित्सकों और एक कक्ष सेवक को हल्की चेतावनी देते हुए छोड़ दिया गया है। प्रदेश सरकार के फैसलों से पीड़ित डाक्टरों के अध्यक्ष गिरजा शंकर जोशी का मीडिया से संवाद करते हुए, शासन के गलत आदेश को वापस लेने तक ओपीडी बंद करने का ऐलान किया गया है।
आपको बता दे विगत कुछ माह पहले सैनिक का बच्चा पांच अस्पतालों में रेफर होने के बाद ईलाज में आई लापरवाही के कारण मासूम बच्चे ने सुशिला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में अंतिम सांस ली थी, बागेश्वर जिला अस्पताल के डाक्टर शाशन स्तर से हुई हल्की फूल्की कार्यवाही से अपने को पीड़ित बता रहे है, और पूर्व कार्य बहिष्कार पर है।
